मेमोरी कार्ड - Memory Card
मेमोरी कार्ड या फ़्लैश मेमोरी कार्ड, सॉलिड स्टेट फ्लैश मेमोरी डाटा स्टोरेज आंकड़ों को एकत्र करने वाली इलेक्ट्रॉनिक युक्ति होती है, जिसका प्रयोग मोबाइल फोन, डिजिटल कैमरा, म्यूज़िक प्लेयर और वीडियो गेम जैसे कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है। इसमें प्रोगाम दोबारा लिखा जा सकता है और परिवर्तन भी किये जा सकते हैं।
बॅटरी - Battery
लीथियम ऑयन बैटरी (lithium-ion battery या LIB) एक पुनः चार्ज करने योग्य बैटरी है। इस बैटरी के अनावेशित होते समय इसमें लिथियम आयन इसके ऋणाग्र से धनाग्र की तरफ प्रवाहित होते हैं तथा बैटरी के आवेशित होते समय इसके उल्टा चलते हैं। ये बैटरियाँ आजकल के उपभोक्ता इलेक्ट्रानिक सामानों में प्रायः उपयोग की जातीं हैं और पोर्टेबल एलेक्ट्रानिक युक्तियों के लिये सबसे लोकप्रिय रिचार्जेबल बैटरियों में से एक हैं
फ्यूज - Fuse
फ्यूज चपटाकार होता है दो पिने उपरी भाग पर उसपर K या G छपा होता है। इसका काम चार्जिंग IC को सुरक्षा देना होता है। फ्युज का प्रयोग मोबाइल के चार्जिंग सेक्शन में होता है। फ्युज के खराब होने पर मोबाइल मे लगी बैटरी चार्ज नही होगी। चेक करनेपर फ्युज दोनो तरफ से कंटीनिटी दिखता है तो सही समझना चाहिए, यदि इनफिनिटी दिखाता है तो फ्युज खराब है।
* फ्युज खराब होनेपर उसके बदले जम्पर ना लगाये फ्युज ही लगाये।
* लेटेस्ट मोबाइल का फ्युज अलग प्रकार का होता है लाईट ब्राऊन और दो पिनोवाला।
* फ्युज हमेशा चार्ज सॉकेट के आसपास ही होता है।
रजिस्टर - Register
रजिस्टर चपटाकार होता है उसे दो पिने होती है।
उसका उपरी भाग काला और निचला भाग सफेद होता है।
रजिस्टर कि Value कोड भाषा मे लिखी जाती है। जैसे -
22R = 22 Ω
R22 = .22 Ω
2R2 = 2.2 Ω
E22 = 22 Ω
2E2 = 2.2 Ω
22E = 22 Ω
4K7 = 4.7 KΩ
47K = 47 KΩ
2M2 = 2.2 MΩ
22M = 22 MΩ
KΩ = Kilo Ω
MΩ = mega Ω
1000 Ω = 1 kilo Ω
1000000 Ω = 1 mega Ω
ट्रांजिस्टर - Transistor
ट्रांजिस्टर दो प्रकार का होता है।
1. NPN Transistor - इसमे तीन पिने होती है तीर का निशाण बाहर की तरफ होता है।
2. PNP Transistor - इसमे तीर का निशाण अंदर की तरफ होता है इसमे भी तीन पिने होती है।
तीनो पिनो की पहचान जिस लाईन पर तीर का निशाण होगा वह लाईन E mitter होती है E mitter के ठीक सामने कलेक्टर होता है और बची हुई लाईन बेस होती है।
एअर स्पीकर - Ear speaker
वायब्रेटर - Vibrater
इसका उपयोग मोबाइल में Vibrating Alert के लिये किया जाता है। और Electrical Energy को Mecanical Energy में रुपांतरीत करना होता है।
एलसीडी - LCD
इसका उपयोग मोबाइल में महत्त्वपूर्ण रूप से किया जाता है। इसका उपयोग मोबाइल में Display के रूप मे किया जाता है। यह एक Interjacing Device Component है। जिसके माध्यम से CPU में चलने वाली कार्य प्रणाली में Display पर दिखाई देती है। यह LCD Polorised material से बनी दो सीट के बीच Cryotal नामक Liquid को रखकर बनाया जाता है। LCD में प्रकाश उत्पन्न करने कि क्षमता होती है। इसके लिये LCD का उपयोग किया जाता है।
आंतरिक कीपेड
आंतरिक कीपेड (Internal Keypad)
बाहरी कीपेड
बाहरी कीपेड (External Keypad)
बैटरी कनेक्टर
बैटरी कनेक्टर (Battery Connector)
अगर मोबाइल चार्गिंग नही हो रहा है तो बैटरी कनेक्टर बदल कर देखे
इयर फोन सॉकेट
इयर फोन सॉकेट (Ear Phone Socket)
हेडफ़ोन छोटे लाउडस्पीकरों की एक जोड़ी है, या आमतौर पर कम से कम एक स्पीकर होता है, इन्हें उपयोगकर्ता के कान के पास लगाया जाता है और यह ऑडियो ऐम्प्लीफायर, रेडियो या सीडी प्लेयर जैसे एकल स्रोत को इससे जोड़ने का साधन है. यह स्टीरियो फ़ोन, हेडसेट्स या बोलचाल की भाषा में कैन्स के रूप में भी जाना जाता है. कान में लगाये जानेवाले संस्करण इयरफ़ोन या इयरबड्स के रूप में जाने जाते हैं. दूरसंचार के संदर्भ में, हेडसेट शब्द का इस्तेमाल हेडफ़ोन और माइक्रोफ़ोन को मिला कर किया जाता है, उदाहरण के लिए टेलीफ़ोन, इसका उपयोग दोतरफा संचार के लिए होता है.
चार्जिंग सॉकेट
चार्जिंग सॉकेट (Charging Socket)
ऑन ऑफ स्वीच
ऑन ऑफ स्वीच (On/Off Switch)
मोबाइल ऑन ऑफ स्वीच का इस्तेमाल मोबाइल को बंद और चालू करने के लिये होता है।
रेजिस्टेंस
रेजिस्टेंस (Resistance)
प्रकृति में पाए जाने वाला हर पदार्थ विधुत धारा को प्रभावित करता हैं।
पदार्थ का वह गुण जो करंट के मार्ग में बाधा उत्पन्न करता हैं। या करंट के बहाव का विरोध करता हैं,रजिस्टेंन्स कहलाता हैं।
रजिस्टेंन्स को "R" या "E" से प्रदर्शित किया जाता हैं।
रजिस्टेंन्स को ओह्म में नापा जाता हैं।
प्रकृति में पाए जाने वाले हर पदार्थ का अपना-अपना रजिस्टेंन्स होता है। कोई करंट का कम तथा कोई करंट का ज्यादा विरोध करता है
जबकि कोई ताप व प्रकाश भी उत्पन्न करते हैं। प्रतिरोधी पदार्थों को उनके गुण व प्रतिरोधों के मन हिसाब से विभिन्न बिजली उपकरणों में विभिन्न उपयोगों के लिए काम में लाये जाते हैं।
कुछ पदार्थ जिनसे रजिस्टेंन्स के तौर पर उपयोग में लाया जाता हैं।
1.कार्बन
2.मैगनीन
3.यूरेका
4.नाईक्रोन
5.टंगस्टन
एलइडी
एलइडी (LED)
एलईडी मोबाइल वास्तव में एलसीडी मोबाइल ही है जो पीछे से एलईडी द्वारा प्रकाशित होती है न कि परम्परागत फ्लुरोसेंट प्रकाश (CCFL) से। एलईडी मोबाइल में भी छबि तो एलसीडी द्वारा ही निर्मित होती है
रेगुलेटर
रेगुलेटर (Regulator)
मोबाइल फोन PCB पर रेगुलेटर प्राय: एक या दो ही लगें होते है यह किसी भी सेक्शन में लगा मिल सकता है।
इसकी पहचान करना बहुत ही आसान है यह अन्य Small Components से बिल्कुल आसानी से पहचाना जा सकता है।
यह मोबाइल फोन की मदरबोर्ड या PCB सर्क्रिट बोर्ड पर काले कलर का होता है और यह प्राय: 5 या 6 Legs का होता है।
यह Current Voltage को Filter करता है और करेन्ट वोल्टेज को निंयत्रित करके रखता है।
मोबाइल फोन PCB पर Regulator के Faulty होने पर Current Voltage को फिल्टर और निंयत्रित सें संबंधित Problems आती है।
क्रिस्टल
क्रिस्टल (Crystal)
RTC सिम्पल सिलिकॉन क्रिस्टल मोबाइल फोन की PCB पर पॉवर सेक्शन में पॉवर आई.सी. के पास लगा होता है. यह मैटल व बिना मैटल का बना होता है और लंबाई बहुत बड़ा होता है. मोबाइल फोन में Date और Time दिखाना व रन करना.
क्रिस्टल खराब होने पर मोबाइल फोन में तारिख व समय नही आयेगा और कभी कभार मोबाइल फोन बंद भी हो सकता है.
केपेसिटर (Capacitor)
धातु कि दो प्लेटो के बीच कोई कुचालक पदार्थ रखकर, प्लेटो में से एक-एक तार निकल दिया जाएँ तो इस तरह बने डिवाइस को केपेसीटर कहा जाता हैं।
केपेसीटर एक बैटरी की तरह काम करता हैं। यह करंट को स्टोर करता है। जिस प्रकार टंकी में स्टोर पानी को दुबारा निकाला जा सकता हैं। ठीक उसी प्रकार केपेसीटर में स्टोर किये गये आवेशो को भी दुबारा प्राप्त किया जा सकता हैं।
केपेसीटर का काम विधुत ऊर्जा को एकत्रित करना व विधुत ऊर्जा को एकत्रित दुबारा प्रदान करना हैं।
केपेसीटर के इस प्रक्रिया को केपेसीटर कि चार्जिंग-डिसचार्जिंग प्रक्रिया कहा जाता हैं।
केपेसीटर के द्वारा विधुत को स्टोर करने कि क्षमता को केपेसीटर का केपेसिटेन्स कहते हैं।
केपेसिटेन्स को "C" अक्षर से प्रदर्शित किया जाता हैं। केपेसिटेन्स को "F" से मापा जाता हैं।
डिस्प्ले
डिस्प्ले(Display)
मोबाइल में जितना भी डाटा और फाइल्स व नंबर है उसे पर्दे पर दिखाने का कार्य Display स्क्रीन द्वारा किया जाता है ब्लैक और वाइट, कलर व HD लेवल तक की अलग-अलग डिस्प्ले होती है। प्रत्येक मोबाइल की Display साइज भी प्राय: अलग अलग होता है। मोबाइल की Display स्क्रीन से ही हम मोबाइल को और मोबाइल हमें समझ पाता है मोबाइल की डिस्प्ले स्क्रीन को CPU द्वारा कंट्रोल किया जाता है। लेकिन कुछ मोबाइलो में Display IC अलग से बनी होती है
टचस्क्रीन
टचस्क्रीन (Touch Screen)
टचस्क्रीन) एक ऐसी विद्युतीय दृश्य प्रादर्शी है जो प्रादर्श क्षेत्र में किसी स्पर्श की उपस्थिति और अवस्थिति की पहचान करने में सक्षम होती है। आसान शब्दों में स्पर्श-पटल एक ऐसा पटल या मॉनीटर होता है, जिसमें स्पर्श के माध्यम से भी डाटा भरा जा सकता है, और ऐसा करने में किसी कुंजीपटल की आवश्यकता नहीं होती। ये पटल उस निश्चित क्षेत्र में स्पर्श और उसकी स्थिति (स्थान) का ज्ञान कर लेने में सक्षम होता है। प्रायः ये शब्द पटल पर अंगुली या हाथ के स्पर्श के लिये भी
बीजीए (BGA)
BGA Kit का इस्तेमाल Ball Grid Array (BGA) IC को Reball करने में होता है।
माइक
माइक (Mike)
माइक्रोफोन को माइक(MIC) भी कहते है माइक हमारी आवाज को आगे भेजता है जब हम अपने मोबाइल से किसी से बाते करते है तो हमारी आवाज को माइक ही आगे भेजता है। माइक से ही मोबाइल में ऑडियो, विडियो की साउण्ड रिकॉर्ड हो पाती है। माइक और स्पीकर में बहुत अन्तर होता है कही बार नये मोबाइल रिपेयरिंग सीखने वाले स्टुडेन्टस माइक और स्पीकर के बारें में कन्फ्युज हो जाते है दोनो का कार्य एक ही बताते है आवाज सुनाना।
माइक आवाज को रिकॉर्ड कर आगे भेजता है तभी स्पीकर उस आवाज को हमें सुनाता है और रिंगर इसी आवाज को और जोर से सुनाने का काम करता है।अब आपको माइक, स्पीकर व रिंगर में अन्तर स्पष्ट हो चुका है।
रिंगर

रिंगर (Ringer)
मोबाइल में रिंगर की आवाज से ही MP3, FM रेडियो, विडियो, MOVIES, GAMES आदि की रिंग हम सुनाई देती है रिंगर को लाउडस्पीकर भी कहते है।उदाहरण से समझे- जब हम हैडफोन को मोबाइल से जोड़ते है तो हैडफोन स्पीकर व माइक का काम करता है कॉल के दौरान भी हमारी आवाज सामने वाले तक जा रही है और उसकी आवाज हम्हें सुनाई भी दे रही है फिर जब तक लाउडस्पीकर ON नहीं करेंगे तब तक हम आवाज को कानो के नजदीक रखकर ही सुन सकते है ON करने पर उसी आवाज को मोबाइल से काफी दुर होते हुये भी सुन सकते है।किसी मोबाइल के रिंगर की साउण्ड अधिक है तो किसी की कम।प्रत्येक मोबाइल में रिंगर की डिजाइन अलग अलग है मोबाइल सस्ता हो या मंहगा लेकिन मोबाइल PCB पर रिंगर सेक्शन के पार्टस वही है और हर उस मोबाइल में रिंगर है उससे दो कॉइले अवश्य जुड़ी रहती है।
Thanks for this ☺️☺️☺️
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